भारत ने आखिरी गेंद पर चले बेहद ही रोमांचक मुकाबले में बांग्लादेश को 3 विकेट से हराकर 7वीं बार एशिया कप का खिताब अपने नाम किया। भारत ने बांग्लादेश की ओर से दिए गए 223 रनों का लक्ष्य 50 ओवर में 7 विकेट गंवाकर हासिल कर लिया। केदार जाधव 23 और कुलदीप यादव 5 रन बनाकर नाबाद लौटे। इससे पहले टॉस हारकर भारत की तरफ से बल्लेबाजी का न्यौता पाने के बाद बांग्लादेश को ओपनर्स से शानदार शुरुआत मिली। इस मैच में लिटन दास और मेहदी हसन की सलामी जोड़ी ने ओपनिंग विकेट के लिए 120 रनों की साझेदारी की। मेहदी हसन 32 और लिटन दास 121 रन बनाकर आउट हुए। फाइनल मुकाबले में लिटन दास को उनकी शानदार शतकीय पारी के लिए 'मैन आॅफ द मैच' चुना गया। वहीं टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए। उन्होंने एशिया कप 2018 में 5 मैच खेलकर, दो शतकों के साथ सत्तर से कुछ कम की औसत से 342 रन बनाए।
लेकिन बांग्लादेश की टीम इस शानदार शुरुआत का फायदा नहीं उठा सकी और लगातार अपने विकेट गंवाती रही। लिटन और मेहदी के अलावा सिर्फ सौम्य सरकार ही बांग्लादेश के लिए 33 रन का योगदान दे सके। इन तीनों के अलावा बांग्लादेश के बाकी 7 बल्लेबाज तो दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। भारत की ओर से कुलदीप यादव सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने अपने कोटे के 10 ओवर में 45 रन देकर तीन विकेट झटके। केदार जाधव को 2 सफलता मिली। युजवेंद्र चहल और जसप्रीत बुमराह ने 1-1 विकेट हासिल किया। भारत का क्षेत्ररक्षण शानदार रहा और 3 बांग्लोदशी खिलाड़ी रन आउट होकर पवेलियन लौटे।
इसके बाद 223 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत कुछ खास नहीं रही और शिखर धवन 15 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। भारत को 46 रन के स्कोर पर दूसरा झटका लगा और अंबाती रायुडू सिर्फ 2 रन बनाकर चलते बने। इसके बाद दिने कार्तिक और रोहित शर्मा के बीच तीसरे विकेट के लिए 37 रन की एक छोटी सी साझेदारी हुई। रोहित शर्मा 48 रन बनाकर भारत के तीसरे विकेट के रूप में आउट हुए। नंबर चार पर बल्लेबाजी के लिए आए महेंद्र सिंह धौनी ने दिनेश कार्तिक के साथ मिलकर 54 रन की साझेदारी की। दिनेश कार्तिक 37 रन बनाकर पवेलियन लौटे। इसके बाद केदार जाधव भी चोटिल होकर रिटायर्ड हर्ट हो गए।
भारत का स्कोर जब 160 रन था तो महेंद्र सिंह धौनी भी 36 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद रवींद्र जडेजा और भुवनेश्वर कुमार के बीच 52 रन की एक महत्वपूर्ण साझेदारी हुई। इसी स्कोर पर रवींद्र जडेजा 23 रन बनाकर आउट हो गए। भारत के स्कोर में अभी 2 रन ही जुड़ा था कि भुवनेश्वर कुमार भी 21 रन के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट गए। अब भारत को जीत दिलाने की जिम्मेदारी चोटिल केदार जाधव के कंधों पर थी। कुलदीप यादव दूसरे छोर पर उनका साथ दे रहे थे। भारत को आखिरी ओवर में जीत के लिए 6 रन की जरूरत थी। जो उसने आखिरी गेंद तक चले मुकाबले में हासिल कर लिया। बांग्लादेश के लिए रुबल हुसैन और मुस्तफिजुर रहमान ने 2-2 विकेट चटकाए। मशरफे मुर्तजा, महमुदुल्लाह और जनमुल इस्लाम के हाथ 1-1 सफलता लगी।
फाइनल मुकाबले में दोनों देशों की टीमें इस प्रकार थीं :
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), शिखर धवन (उपकप्तान), अंबाती रायडू, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी, दिनेश कार्तिक, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, रवींद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह।
बांग्लादेश: लिटन दास (विकेटकीपर), सौम्य सरकार, मोहम्मद मिथुन, मुशफिकुर रहीम, इमरुल कायेस, महमुदुल्लाह, मेहदी हसन, मशरफे मुर्तजा (कप्तान), नजमुल इस्लाम, रुबेल हुसैन, मुस्तफिजुर रहमान।